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रिपोर्ट-@ प्राची सिंह औरैया यूपी
यूपी के औऱया जिले में एक ऐसा मामले सामने आया है जिसे सुनकर एक बार आप भी सोच में पड़ जाएंगे, आखिर कैसे कैसे डॉक्टर काम कर रहे है। पूरा मामला बता दें कि झोला छाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने से घटना की है। उधर सूचना मिलते ही अजीतमल पुलिस मौके पर पहुंची मामला तूल पकड़ता देख झोलाछाप डॉक्टर मौके से भाग निकला उधर, हंगामा काट रहे मृतक के परिजनों से बातचीत करते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
गांव बारेपुर निवासी जगदीश कुमार (75) अपनी पत्नी लौंगश्री के साथ गांव में रहते थे। उनके पुत्र योगेंद्र सिंह व गजेंद्र सिंह गुजरात में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। जगदीश सिंह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। रविवार को वह गांव के राजन सिंह व अपने नाती सनी के साथ इलाज के लिए अटसू कस्बे में एक क्लीनिक पर गए थे। जहां पर उनका इलाज झोला छाप डॉक्टर ने शुरू किया गया। परिजनों के मुताबिक एक इंजेक्शन लगाने के बाद जगदीश की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन उन्हें तत्काल सीएचसी अजीतमल ले आए। जहां पर डॉक्टर ने जगदीश को मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर कार्यवाही करने के लिए सैकड़ो लोग मांग करते हुए अजीतमल पुलिस को लिखित तहरीर दी। इसी बीच मौका पाकर झोलाछाप डॉक्टर फरार हो गया, वहीं क्लीनिक के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी रही, कोतवाली के एसएसआई अमर बहादुर ने परिजनों को कार्रवाई का भरोसा देकर किसी तरह उन्हें समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएसआई ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। तहरीर मिलने के बाद रिपोर्ट दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि झोलाछाप मौके से भाग गया है। क्लीनिक को सील कर दिया गया है।
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